जाति का जंजाल | Jati Ka Janjaal
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1.24 MB
कुल पष्ठ :
212
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
परिचय
जन्म : 20 अगस्त 1937
जन्म स्थान : ग्राम कटार, जिला भीलवाड़ा, राजस्थान, भारत
भाषा : हिंदी
विधाएँ : कविता, कहानी, आलोचना
प्रकाशन : दस काव्य संकलनों सहित कुल मिलाकर तीस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित, जिनमे प्रमुख हैं --प्रतिनिधि कविताएं और प्रगति शील कविता के मील पत्थर तथा आज़ादी के परवाने (भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की हुतात्माओं की जीवनियां)। सामाजिक सरोकारों पर सम्पादित त्रयी : धर्म और बर्बरता ,साम्प्रदायिकता का ज़हर और जाति का जंजाल। जाने माने निरीश्वरवादियों के जीवन संघर्ष पर : भारत के प्रख्यात नास्तिक और विश्व के विख्यात नास्तिक।
मुख्य कृतियाँ -
कविता संग्रह : ये सपने : ये प्रेत, अभि
About Book
(Click to expand)यह पुसॎिक ़ेऽखयालोः की बबजशलयाहॶ, धमग और बबगरिा िथा सामॎप्ऱदातयकिा का जहर
के बाद मानवीय समाज प्ऱकाशन की चौथी कड़ी के रृप मेः प्ऱसॎिुि की जा रही है। इसकी
सामग्ऱी का एक बड़ा टहसॎसा प्ऱतिणॎष्टॎठि सॎिंभलेखक ववचारक राजककशोर हवारा संपाटदि और
वाणी प्ऱकाशन, नई टदलॎली हवारा प्ऱकाशशि ‘जाति का ़ेऽजहर’ िथा दशलि लेखक डॉ. जय
प्ऱकाश कदगम हवारा अनूटदि-संपाटदि िथा नवभारि प्ऱकाशन टदलॎली से प्ऱकाशशि ‘जाति :
एक ववमशग’ पुसॎिकोः से शलया गया है, अि: प्ऱारंभ मेः ही हम इन लेखोः़ं के लेखकोः,
संपादकोः और प्ऱकाशकोः के प्ऱति क
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िज्टिा वॎयकॎि करना अपना किगवॎय मानिे हहঌ।
User Reviews
Rohad Toll Kissan Dhrna रोहद टोल किसान धरना
at 2022-04-17 03:49:32"एक पेज की किताब"