सावित्रीबाई | SAVITRIBAI

Book Image : सावित्रीबाई  - SAVITRIBAI

लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :

पुस्तक समूह - Pustak Samuh

No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh

Add Infomation AboutPustak Samuh

विभिन्न लेखक - Various Authors

No Information available about विभिन्न लेखक - Various Authors

Add Infomation AboutVarious Authors

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
मैं और मेशे पत्नी तुम्हाश तरह की $. पीड़ित स्त्रियों, के लिए एक आश्रय शुह्त॒। ॥। । चलाते हैं। तुम मेरे साथ आओ। तुम हमाएं ह। शाथ २ह सकती हो और अपने बच्चे व्ठो है | जन्म दे सकती हो। यहाँ क्होर्ड भी तुम्हें ह# * नुक्ठशान नहीं पहुंचा सव्ठेशा। है एव दिन गे. त म्रय लयोलिशव ने दस्त व्ठ न्क््प्स शा ब्म् बह पा 280 1... 3.0. पल 3... »:%69%नकम एक विधवा आत्महत्या का प्रयाश कए रही है। | >> ह | शावित्रीबार्ड और ज्योतिशव ने इसी विधवा स्त्री के बच्चे. ७ । < ठ्ठे भोढ लिया और उशका नाम यशवंत एरखा। / बहुत शाशे अन्य कुप्रथाओं की तरह विधवा सेबाल | उताए ढेने की एक बर्बश्तापूर्ण कुप्रथा का चलन भी आ। शावित्री 4 बार्ड ने इस कुप्रथा के स्त्रिलाफ भी मोर्चा सत्रोला। । 1100६ | [16 11111 11]. करी ० 5 शल्ड क्‍या हो गया है? कोर्ड भी आाच्ण है डुन विधवाओं क्ठे बाल क्‍यों थे ७३/77 1 ही हि है| ' मैंगर्भ से हूँ यचहह जानते. ही समाज मेश जीना का कह ढेशा। डे अच्छा कि में स्थुद को डुस अजन्मे बच्चे के साथ 1000)




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now