सावित्रीबाई | SAVITRIBAI
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
24
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक समूह - Pustak Samuh
No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh
विभिन्न लेखक - Various Authors
No Information available about विभिन्न लेखक - Various Authors
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)मैं और मेशे पत्नी तुम्हाश तरह की $.
पीड़ित स्त्रियों, के लिए एक आश्रय शुह्त॒। ॥। ।
चलाते हैं। तुम मेरे साथ आओ। तुम हमाएं ह।
शाथ २ह सकती हो और अपने बच्चे व्ठो है
| जन्म दे सकती हो। यहाँ क्होर्ड भी तुम्हें ह#
* नुक्ठशान नहीं पहुंचा सव्ठेशा।
है एव दिन गे. त म्रय लयोलिशव ने दस्त व्ठ न्क््प्स शा ब्म् बह पा 280 1... 3.0. पल 3... »:%69%नकम
एक विधवा आत्महत्या का प्रयाश कए रही है। | >> ह | शावित्रीबार्ड और ज्योतिशव ने इसी विधवा स्त्री के बच्चे.
७ । < ठ्ठे भोढ लिया और उशका नाम यशवंत एरखा।
/ बहुत शाशे अन्य कुप्रथाओं की तरह विधवा सेबाल |
उताए ढेने की एक बर्बश्तापूर्ण कुप्रथा का चलन भी आ। शावित्री 4
बार्ड ने इस कुप्रथा के स्त्रिलाफ भी मोर्चा सत्रोला। ।
1100६ | [16
11111 11].
करी
०
5
शल्ड क्या हो गया है? कोर्ड भी
आाच्ण है डुन विधवाओं क्ठे बाल क्यों
थे
७३/77
1 ही हि है|
' मैंगर्भ से हूँ यचहह जानते.
ही समाज मेश जीना का
कह ढेशा। डे अच्छा
कि में स्थुद को डुस
अजन्मे बच्चे के साथ
1000)
User Reviews
No Reviews | Add Yours...