कहें केदार ,खरी खरी | KEHEN KEDAR KHARI-KHARI

KEHEN KEDAR KHARI-KHARI by केदारनाथ अग्रवाल -KEDARNATH AGRAWALपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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केदारनाथ अग्रवाल -KEDARNATH AGRAWAL

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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हमारे अफसर आदमखोर रोते महँगू गफलू शेख भैरव का भेंसा धिक्‍्कार है! और खेल लो और नाच लो यह देखो कुदरत का खेल बात करो केदार खरी जनता का बल आज मरा फिर एक आदमी कल और आज गाओ साथी! कागज की नावें राजमंच पर तुम! क्या हुआ? भेड़ों का जुलूस नेता आपका चित्र झूठ मरे तो कैसे न्‍्याय-अन्याय सत्य और झूठ स्थिति वह उत्तरी वियतनाम न्याय की चिड़िया भविष्य नेता हम 13 अक्टूबर, 1954 11 सितम्बर, 1955 22 सितम्बर, 1955 22 सितम्बर, 1955 1 अक्टूबर, 1955 7 अक्टूबर, 1955 18 अक्टूबर, 1955 22 अक्टूबर, 1955 23 अक्टूबर, 1955 23 अक्टूबर, 1955 29 जनवरी, 1956 5 अक्टूबर, 1957 5 नवम्बर, 1958 16 नवम्बर, 1959 19 सितम्बर, 1965 26 सितम्बर, 1965 26 दिसम्बर, 1965 30 जनवरी, 1968 22 अप्रैल, 1968 23 अप्रैल, 1968 27 अप्रैल, 1968 29 अप्रैल, 1968 30 अप्रैल, 1968 10 मई, 1968 25 मई, 1968 30 मई, 1968 27 जनवरी, 1969 27 जनवरी, 1969 114 115 119 121 123 125 127 128 129 131 133 135 136 137 138 139 139 वकब कब 14 148 150 151 151 156 158 160 161 कहें केदार खरी-खरी / 15




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