अपना पानी अपना जीवन | APNA PANI, APNA JEEVAN

APNA PANI, APNA JEEVAN by पुस्तक समूह - Pustak Samuhविविध लेखक - Various Writers

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(7.1.3) फिल्टर करना फिल्टर करने का अर्थ है पानी को स्वच्छ रेत की परतों से गुजारना। फिल्टर करने से पानी से कहुत हल्की अशुद्धताएं भी दूर हो जाती हैं। यह बहुत महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया जल में मौजूद जीवाणु और कीटाण भी खत्म कर सकती है। (7.1.3.1) घर पर वाटर फिल्टर कैसे बनाएं : यह काम हर घर में किया जा सकता है। कुछ मकानों का समृह या समुदाय संयक्त रूप से भी यह काम कर सकता है। प्रयोग 1 लगभग 40 से 50 लीटर इ्मता का एक घड़ा लें (जिसकी ऊंचाई लगभग 40 से 50 सेमी. हों) घड़ा या बर्तन एल्यूमीनियम, स्टील, तांबे या मिट्टी का भी हो सकता है। घड़े को 7 से 10 सेमी. तक की ऊंचाई तक क्जरी से भर दें। बजरी के ऊपर तक स्वच्छ रेत की परत जमा दें। इसके ऊपर 3 से 5 सेमी. की एक बजरी की परत जमा दें। अब घड़े के शेष भाग (लगभग 15 सेमी) को पानी से भर दें। घड़े के तल से 5 सेमी. की ऊंचाई पर एक टोटी लगा दें। इससे हमें बहुत स्वच्छ पारदर्शक जल प्राप्त होगा। प्रयोग 11 यह मकानों के समृह अथवा समुदाय के लिए लाभप्रद हो सकता है। लगभग 200 लीटर इमता का एक बैरल अथवा मिट्टी का घड़ा लें जिसकी ऊंचधाई एक मीटर हो। तले से 10 सेमी. की ऊंचाई पर एक टोटी फिट कर दें। घड़े के तले में 15 सेमी. की ऊंचाई तक बजरी की परत जमा दें। इसके ऊपर 30 सेमी. बड़ी स्वच्छ रेत की एक तह जमाएं और इसके ऊपर 16




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