माउस- भाग 2 | MAUS PART TWO

MAUS PART TWO by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaविभिन्न लेखक - Various Authors

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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मैं तुम्हारे लिए नाश्ता बना रहा हूं। जरा देखो इस देखो यहां नमक का आधा डिब्बा बाकी है और नमक को। माला ने न जाने क्या किया , माला ने दूसरा खोल लिया! मुझे सोडियम खाना बिल्कुल मना है। मुझे तो नमक के एक हुआ क्या? उसे वो सार पैसा चाहिए था जिसे डिब्बे की भी जरूरत नहीं है और यहां पूरे दो खुले पढ़े हैं! माला क्‍यों मैंने सारी जिंदगी कड़ी मेहनत करके कमाया था। जप 8४ ८2:0- हक हि है; ५६ मैं कुछ निवेश माला के नाम, कुछ रे परन्तु माला नहीं चाहती थी कि मैं तुम्हारे इजराइल में अपने भाई और कुछ तुम्हारे . या पिनिक के नाम में कुछ निवेश करूं। उस दिन रीगो पार्क में मुझे डाक्टर के पास जाना था और उसके बाद हम बांडों में निवेश करने के लिए बैंक गए। कह गा टर | श्र 1 वो मुझे बैंक में ही छोड़कर खुद कार में चली गई। | [| जब में घर पैदल पहुंचा तब तक वो फरार हो चुकी थी। नाम करना चाहता था, ,, वो मुझ पर पागलों की तरह चिल्लाई! वकील ने मुझे कुछ कड़े कदम लेने की सलाह दी है। वो सारे जेवर, कार और हमारे संयुक्त खाते में से सारा पैसा लेक़र फरार है। मैं उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर सकता हूं। है गत | केस ॥॥॥॥ जी 22 ः ९; | ० कि




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