अन्तस्तल | Antastal
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
182
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हा
- और वास का बल्ला 1 उन्होंने गलोके छीरसे अकर गेंद
ऋषपक ली हरा फौट पहने थे और सिर पर सल्मे;की
ज्यों; थी! छोटा सा मुह था और खुनहरे वाल फ्त्रेपर
छद्दरा रहे थे । उम्र कितनी थी सो नहीं घता सकता,
जिस बातकों समभने का शान नहीं था--आवश्यकता
नहीं थी, अब बह कैले याद आ सकती है? वे मेरे आखों
में गढ़ गये । मैंने आगे दढ कर बहा- तुम सेलोगे?”
“उन्होंने कह-/खिलाओगे ?” मैंने सिल्ा लिया | बहीं
पहला दिन था ।इस ज्न््ममें चद्दी पहली मुलाकात थी।
उसी दिन से हम एक हुए ।
महल्ले भें उनफा घर था | पर थे उसमें फभी रहे. नहीं
थे। उनके पिता विदेशमे नौकरी करते थे । उन्हींके साथ
चे भी चहों रहते थे । अर वे वहीं स्कुलमे भर्ती हुए, मैं
फेल हो कर, एक साल पीछे 'आ रहा 1 हम छोग पक
वसाथ पढने छगे। पक ध्रेणीमें चेठने ल>गे। कैसे सुन्दर थे
“दिन थे, यह फहना असम्भव है | एक वेस्च पर चंठते थे।
उनका दिसाक अच्छाथा 1 मैं उसमे कमजोर था 1वे
५० और कुका 3ते थे मैं मास्टर की नजर वचा-
कि
+
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