नेलसन | Nelasan

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Nelasan by अखौरी कृष्णप्रकाश सिंह - Akhauri Krishna Prakash Singh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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मिस सिस जहाजॉपर ओर स्थानों स्थिति । श्छ ०७७७-८० #७६२९००+६७-०«: ब ३ ७० ५००४०४००००- >> जल नजजज जज अभो को जोती हुई शत्रुक्ी नौंका पर जाने को भाज्ा दी। लेफ्टिनएट अपने को अस्प्र-शस्त्र से सब्ित करनेको नोचे उतरा , परन्तु विलग्ब करनेले कारण लोगो ने इसकी भयभीत होकर छिप गया समझा। कप्तान को जब खयर मिलो, उसने नोका एछ पर आकर देखा तो विजित गबु-नोका को निकट हो उभ-चुभ करते पाया। नौका के जल-मरन हो जाने के अयसि व्यग्र प्ञोकर कमान चिन्ना उठा क्यो आज हमारो नोका बोर शून्य हो गद्े। क्या कोई थोर शबु-नौका पर चढ कर उसे अपना नहीं सकता ? हमारे चरित्रनायकको ऐसा ताना कब सहाय हो सकता था ? परन्तु हठात्‌ आगे बढना उचित न समम्का। इतने में नेलसनके सहकारो लेफटिनेण्टने शत्रु-नोकापर जाने को इच्छा प्रगट को , परन्तु चरित्॒नायक उसे पोछे खौच, सिह को नाई कुलांचे मार डोंगी पर गया और बोला “साई? तुमसे पहिले यह इमारो बारो है , परन्तु यदि मे विफल लौट आया तो वह तुम्हारी होगो।” शत्रुकी नौका भारो बोसके कारण प्राय जल मग्न थो, परन्तु नेनसन इसको पर्बाह न कर जदड्दाज़पर चढ गया ओर बच्ुत सा जल नोकासे निकान कर उसे बन्दी कर लिया। कालकी कराल गति क्या कभो फेरे फिरतो है ? लाखों उद्योग, करोडों परिश्रम, खत्युके निर्दिष्ट समय में हर फेर करने को करो , परत्तु सनीरथ सफल कभो होनेका नही । नेलसन को उम्नत अवस्था ठेखना कप्तान सक्निड्वकों बदा न था। इसो




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