भेद - भरी सुन्दरी | Bhed Bhari Sundari
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
122
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)५७ फिर मिलती
बन्छ्म्त्यात्प
नौकर--'मैं तो उसे उसी दिनले नहीं देखता, मिस दिन
फॉजयरगके प्रिन्स देकर यदा आये थे ।”
डाकुर--“ अच्छा, तुम जाओ, मेरे पास दूसरा फोटो है।
मि० ब्लेफ | आप थोडी देर सब्र फीजिये, में ऊपरसे घद फोटो
लाकर आपको देता ह [”
यद्द कद्द डाफूर ऊपर चले गये । इधर म्रि० ब्लेक मेजपर
डैेलीफोनके पास पडी हुई एक पुस्तक देखने लगे ।
डाक्टरके लौटनेके पदले द्वी उन्दोंने पुस्तक देखकर ज्यों-फी-
स्थो रफ़ दी और आप अपनो जगद्दपर पूर्वंबच् बैठ रहे। थोडी
देरमें डाफूर एक फोटो लिये हुए आये और उसे मि० ब्छेकके
हाथर्म देते हुए घोले--''लोजिये, यद्दो उसका फोटो है।”
पाठक्ोंको याद द्वोगा, कि दिड्वर भी मि० ब्छेफकके साथ
आया था । वद भी पास ही चैठा हुआ था | उसने भी धीरेसे उस
'फोदोको देख लिया। देखते द्वी चंद अकचका गया । उसने
देखा कि इसका चेंदरा मिस जैक्सनसे मिलता-झुछुता है।
उसमे तुर्त ही डाकुरसे पूछा-- “क्षमा कीजियेगा, में आपसे एक
थात पूछना चाहता € । क्या आप किखी म्रिस जेक्सनको
जानते है १?
डाकरने लिर दिलाकर बतलाया कि नहीं | प्रि० ब्लेक अपने
सहकारीकी इस वातपर बड़ें आश्चर्यमें पडे, क्योंकि उसने उनसे
भी मिस जेक्सतकी बात,नद्दीं फद्दी थी ।' उन्दोंने यद्धापर उससे
'कुछ पूछना गचउ्छा नहीं समम्का 1
न
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