भारतीय इतिहास की रूपरेखा भाग - 2 | Bharatiy Itihas Ki Roop Rekha Bhag - 2
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
12 MB
कुल पष्ठ :
600
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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सुवर्णभूमि में पदिली आर्य वस्तियाँ और राज्य (ह्ग०
१५० ई० पू०--५० ई०)
बीखबाँ प्रकरण
सातवाहन और ऋषिक-तुखार--पैठन और पेशावर के साम्राज्य
( क्षय० २६ ईैं० पू०--ल्ग० २२२ ई० )
ऋषिक राजा कुशाण (लग० २५ ६० पू०--लग० ३५ ई०)
विम कफ्स (लग० ३५--६५ ३० )
और छुन्तल्ल सातकर्सि (अन्दाज़न ७२--८३ ई०)
देवपुत्र कनिष्क (७८--१०० ई०)
अ. कनिष्क संवत्
इ. कनिप्क का वृत्तान्त कहर
पैठन और पेशावर साम्राज्यों की पच्छिम भारत में पहली
कशम्रकश (ल्ग० १००--१०८ ३० )
कनिष्क (२), हुविष्क, चप्टन और गौतमी9५चन्र पुल्ुमावि (३)
(लग० १०८--१४५ ३०)
मद्दाज्षत्नप रुद्रदामा (लग० १३०--१५५ ई०)
यौधेय गण न
, तमिल और सिंद्दल राप्ट्रों की रंगस्थली ( लग० ८०--
१६० ३०)
“मे, तामिल राष्ट्रों का राजनैतिक चित्र
इ. संगमू-सादित्य और उस का राजनैविक नक्शा ...
.उ. राजा ऋरिकाल
ऋ, लाल चेर और गजबाहु
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