मनोविज्ञान | Manovigyan

Manovigyan by श्री दुलारेलाल भार्गव - Shree Dularelal Bhargav

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्रीदुलारेलाल भार्गव - Shridularelal Bhargav

Add Infomation AboutShridularelal Bhargav

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
(३ ) ध्याय १६--पढ़ने में शारीरिक और मान- खिक थकावट । थकावट क्यों ाती है ? थकाचट के बाहरी लक्षण । मन-लगन की कसी तथा विघ्नों की मौजूदगी । विश्राम का अथे । स्कूल की ससय-सूची । बीच में काम से छुट्टी देवा । च्चों के संरक्षकों से चातचात । १२३४




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now