पोथी प्रेमबानी राधास्वामी [पहली जिल्द] | Pothi Prembani Radhaswami [Pahli Jild]
श्रेणी : काव्य / Poetry, धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
15.82 MB
कुल पष्ठ :
470
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हर द्याल की दया ।
राघास्वामी सहाय
नमक दिडिएकटगरा
॥ मगलाचरणे॥
परम पृष पूरन धनी
राधास्वासी नाम ॥
लिन के चरन पदस पर |
कोट कोट परनाम ॥ १॥
जग जीवन को अति दुखी ।
देख दया उसगाय ॥
संत रूप ब्परौतार धर ।
जग सें प्रगठे राय ॥ र२॥
कुल मालिक दातार।
रूपा सिंध गुरू रुप धर ॥
सुरत शब्द सत गाय!
मेद दिया निज ऋधर घर ॥ दे॥
| बड़ भागी वे जीव 1
ड चरन सरल जिन छूढ करी ॥ : कि भ
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हे म्यदक लिलामायाधायमायाना ता का ,अफवयनपपपद ध्यगवकस-अमगरम कलन्यनस्कण्कारगाणाणा निनननकननननवण गेकाबीगकाट काश शा बनकर... सा.
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