गोरख बानी | Gorakh Bani

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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भूमिका | श्श (व) (क) (छ) (ब) (ष. (न) (श्र) (को र७१५, ,.. १७४३ रै७६४ १८५२ १८५५, .« १७१४ २०, जाती सॉरावली के से ध् (छंद गोरख) २१३. नवग्रह कू. के. के २२. नवरात्र हु हा: २३. भ्रष्ट पारछ था डे र४. रद रास १. ग्यान साला र६. श्रात्साबोध (२)... के ९७. न्रेद ्छ् फ् रम, निरंजन पुराण के २६. गोरख चचन ३०, इंद्री देवता ३५, सूख गर्भावली ९, खाणी बायी इ३, गोरख सतत क्र रे४,. अष्ट सुद्ा _ ईश,. चौबीस सिधि ३९६. पढदघरी इ७, पंच अन्न देप, झम्टचक्र ३६, झबन्ि सिलुक के ३०५, काफिर बोध शक हिंदी के झन्यों की दस्तलिखित प्रतियां बहुत झाचीन नहीं मिलतीं । जो कुछ सिन्नती हैं विक्रम की सन्नी अठारइवीं शती के दघर की दी हैं । रमते जोमियों की बानी के प्राचीन इस्तसेस्सों का न मिलना भी कोई अरच्रल की बात सही । क्योंकि वे चेलों और श्रजुयायियों के जीम कान होती हुई भाई होंगी ! झाखिर बानी दो उरी । ऊपर की साखी को देखने से पता चलेगा कि कोई भी दो भ्रसियां आपस में सर्वधा मेल नहीं खातों । श्रुति-परपरा से होती झाती हुई इन मी की की छ के कीं के छू म्कि की की मी को म््प




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