स्वदेश - संगीत | Swadesh - Sangeet
श्रेणी : काव्य / Poetry, संगीत / Music
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2.25 MB
कुल पष्ठ :
158
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about मैथिलीशरण गुप्त - Maithili Sharan Gupt
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ऊधा हरे बहुत दिन तक सहा अन्घकार का नार ) अब कब होगा देश में ऊवासय अवतार ? ऐसी दया करो हे देव भारत में फिर ऊषा आधे ॥। अब यह सिटे अविद्या-रात रुज-रजनीचर करे न घात ट्रसे चारों ओर प्रसात तम का पता न रहने पाने ऐसी दया करो हे देव मारत से फिर ऊपा आदे ॥ प्ले अहा । अरुण अनुराग चमके फिर प्राची का सांग जागे सब झालस को त्याग जड़ता की निद्रा सिट जाने । ऐसी दया करो हे देव भारत से फिर ऊपा वे |) गावें दविज नेता वह गान--- जिससे हो जावे उत्थान यूँ जे ्यात्मतत्व की तान
User Reviews
No Reviews | Add Yours...