हिंदी भाषा पर पारसी और इंग्लिश का प्रभाव | Hindi Bhasha Par Parshi Or English Ka Prabhav
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8.46 MB
कुल पष्ठ :
372
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)[ २
रचा की समातता- ४४ फारएी बाकयरचता पद्धति का
प्रभाव- (१४४. फ़ारसी के पव-समह्दों था बागनांशों का हिंद
में प्रपोम-१५० हंदी साहित्तकारों पर फांसी बाक्प
रचता की साहित्यिक लैब का प्रमाव-१ ५८ ठपपंहाए,
६१ पृ (४३१६३
इ-जल्यकोशपत प्रमाथ पुण प्र्बंपरिवर्तल--प्रस्तावथता-
११६५४ बिदेशी शब्द संक्पा-१६६ हिंदी में प्ररषी-सारसी
शब्दों का महत्व-11१ डिंगी में प्रात घरवी फ़ारसी -ुर्मि
शश्दों का आकिरल-१७० लीवत के विशिलत छेत्रों से
सम्बद्ध शम्प-१७१. प्रबंपरिषतत-११५ हिंदी पर्षपति
ब्त कौ दिशाए - 1 ९६ मुददाबरे-२ है कहाबतें-२१६ । पृ ५५ १४
ग-्यंप्रेरी का प्रमाव
श--स्वतिक्त अभाव--प्रस्तावता-रर भप्रथी पे ब्यलिसत
सम्फक-२२४ प्र थी भ्यतिरचता का रमकप-२२७
मध् जी भाषा ये माई मत्तम्यलिपाँ-ग६९ ध्वतिजाँ को ते
पा सबर-२१४७ सरसलीौक्त ध्वलियाँ-रपरे । पृ २९ रइके
पए-पब्रचलाएत जलाथ--प्रर्ताववा-रध्ण हिंदी की पद
एचला-र४३ हिंदी मे प्रयुक्त प प्र को एबिद्धतत्थ-र१
बपपर्ष- २४१. प्रर्यब-रर एसमास था मिश्ित शस्त्-
इ६ लामिक-रश, सर्वतास-९४१, किया-प५३
बिशेषए-ग६१ भब्पब-ए६र । मू रण ए६र
३---बाक्पइचतालुलक प्रभाद--प्रस्तागता-ए५६१. बंप्रंयी
दाक्व्रचता-पड़ति-रइ, श्रंप्रेबी बलबरबता पति का
हिंदी पर प्रमांबव-२६१ हिंदी साड़ित्वकारों पर पंप्र की
शैली बप प्रभाष-२७४ घपपहार-२ ३ । पृ ९९३६ उप
भ-सल्यकोशपत प्रबाव पु पर्ष परिच्रतत--प्रस्तावता-
रथ४ विदेशी शब्द संक्पा-र२ ६ हिंदी थे घाषत परप्र लो
शब्तों का महृत्य-रंबहै,प श्र कौ शब्दों का धर्मीकरण २1६.ऐ
ीषल के थिणिव केत्रों तै सम्बद शब्द-रशर. धभर्षपरि
बतत-इर मुहाबरें- वर कददत-रध १ | पृ ए८४ १५४
प-उपसंहार पृ. इ४प-दे६४
ह-पुस्तक-सूक्ची कर जा पृ. बचा, इेडक
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