मालवा में युगान्तर या अराजकतापूर्ण शताब्दी | Malva Me Yugantar Ya Arajaktapurn Shataabdi
श्रेणी : इतिहास / History
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
24.24 MB
कुल पष्ठ :
481
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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No Information available about डॉ. रघुवीर सिंह - Dr Raghuveer Singh
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विषय-सूची विषय पृष्ठ भूमिका--सर यदुनाथ सरकार लिखित - +.. - ७ संकेत-परिचय ् .् कर भ थ श्६ अध्याय १--सत्रहवीं शताब्दी के अन्तिम वर्षो में मालवा की परिस्थिति ८ -+.... र-२४ भौगोलिक हक . थक कि भ २ आधिक . . मम . सा कि श च सेनिक महत्त्व . क् कि कि मा १० राजनैतिक थ मल कै श्२ शासन-प्रबन्ध जी हे न कि कक श्ठ सामाजिक परिस्थिति गज मी २० अध्याय २--औरंगज़ब के अन्तिम वर्षो में मालवा की अवस्था (१६६८-१७०७ ई०)-+.... .. २७-8२ १. नवीन युग का प्रारम्भ-उसकी प्रधान विशेषता . . म्ह २७ २. मालवा के सूबेदार 2.4 3 गज बा दे ३. छत्रसाल बन्देला और मालवा डर जि न ब्द ४. गोपाल सिह चन्द्रावत का विद्रोह. . थ भर ५. मालवा और मरहठे उनके प्रारम्भिक आक्रमण तथा मालवा के साथ उनका प्रथम सम्पक जिन जन प्र्द ६. अन्य साधारण उपद्रव . ७४ ७. आधनिक मालवा का प्रारम्भ मालवा-निवासियों की परि- स्थिति न मम मी मर जि ७७
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