रसायन विज्ञान भाग 2 कक्षा 12 | Rasayan-vigyan Bhag 2 Kaksha 12

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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198 रसायन विज्ञान सारणी 9.2 प्रथम संक्रमण श्रेणी के तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास एवं कुछ अन्य गुणे िरयसपपाार एििदसप्ययापयािादााायिद८दसयरयपपया सुस यारा दद्ुसिधाारददयययकारकाण्यापदरदर्पपपपपएएएएएएएएएसिललम्ल टटेट्ललप एएएएएयटिटलललललटेदपटलललललललललललटरनटएपपलललललल यर्वियदादिधदधगययानदायुन्यििययययय धन पायल कया तत्व 50 1 च् (0 हि पट 00 पे द्प्र 2द् आप 2 कि कर मन न किस भा पर परमाणु क्रमांक 1 22... 23 24... 25 26 27 28 29 30 इलेक्ट्रॉनिक विन्यास है उप बड उपय्व5० 3०८० उठ5ि45 उतश्वंडर उतध्वड० उबर उठण०्वि5 उप गन उठ ९45४ तो 345 उद्वेव्वड . उद8व5 3 .. उतध45 उतण्4& उचावड 30845 उठ . 3त ९वु& ति 35 3४४... 3/९.... 3८7... 3५... 3८९. 3.7... 3 उठ... 3८० तर #] 3८४ उप... 3१ . 3... 3... 3... 3 3८१... 3? कणन एंथैल्पी/&त पा०1 326 473 378 397 281 416 425 40 339 126 आयनन एंथैल्पी/ व ५011 । 631... 656... 650 658... 717 7692 758 736 745 906 पर 1995 1809. 1414 1592 1509 1561 1644 1752 19658. 1734 पा 2393 2657 2833 2990 3960 29062 3243 3402 3556 3829 || 164... 147 135 129 157 126 125 125 128 137 त्रिज्या/ फुप्ण 2 कर बन 79 82 82 77 4 70 73 75 13 73 67 छव 62 65 65 61 0 अर न छ१/ पृ गत - न -1.18. -0.90 -1.18 -0.44 -0.26 -0.25 +0.34. -0.76 हर / 2 - श -0.26. -0.41 +1.57 +.77 +1.97 - न हज घनत्व /& ८ 3.48... 4.1 6.07. 7.19. 7.21. 7.8 8.7 8.9 8.9 7.1 का कारण है। इस प्रकार टाइटेनियम से कॉपर तथा घनत्व में हुई वृद्धि को सारणी 9.2 में देखा जा सकता है। 9.3.2 परगाण्वीय एवं आयनिक रा।इजों में परिवर्तन (४#शप8.10115 111 ठै.। एाएए री ता 10 ऊंट 65) सामान्यतः संक्रमण श्रेणी में बढ़ते हुए परमाणु क्रमांक के साथ समान आवेश वाले आयनों की त्रिज्याओं में उत्तरोत्तर हास होता है। इसका कारण यह है कि प्रत्येक बार जब अतिरिक्त इलेक्ट्रॉन ०- ऑर्बिटल में प्रवेश करता है तो नाभिकीय आवेश में एक की वृद्धि हो जाती है | ८ इलेक्ट्रॉन का परीक्षण प्रभाव (80९लाए 6४00) कम होता है जिसके फलस्वरूप... 7 8० दा ४. एा था कद 0० मां एप दा नाभिकीय आवेश तथा बाइयतम इलेक्ट्रॉन के बीच स्थिर वैद्युत # दर पार बंप गए हार हुए सड दच आकर्षण में वृद्धि होती है जो कि आयनिके त्रिज्या के मान... हा 18. के कह 05 या एस. हैप पीट को घटा देती है। इसी प्रकार का हास परमाणु त्रिज्याओं में भी पाया जाता है। किसी एक संक्रमण श्रेणी में त्रिज्याओं के मानों में यह परिवर्तन बहुत थोड़ा होता है। एक रोचक तथ्य. प्रथम संक्रमण श्रेणी (35) के तत्वों की तुलना में दृवितीय प्रकाश में तब आता है जब कि किसी विशेष संक्रमण श्रेणी के... संक्रमण श्रेणी (4८) के संगत तत्वों का साइज बड़ा है परंतु तत्वों की साइज की तुलना दूसरी श्रेणी के संगत तत्वों के... तृतीय संक्रमण श्रेणी (50) के तत्वों की त्रिज्याएँ लगभग वही साइज से की जाती है। चित्र 9.3 के औँकड़ों से स्पष्ट है कि. हैं जो कि दृवितीय संक्रमण श्रेणी (4८) के संगत तत्वों की हैं | चित्र 9.3. संक्रमण तत्वों की परमाण्वीय त्रिज्याएँ




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