बाँकीदासरी ख्यात | Bankidasri Khyat

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Bankidasri Khyat by आचार्य जिनविजय मुनि - Achary Jinvijay Muni

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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वांकीदासरी ख्यात १] राजपूतांरी वातां धघारा उजीण आवबू परमारारा उतन । जायल सीचियारो उतन । नाइूल साभर चहुवाणारा उतन । परवतमर दहियारो उतन । टूक-टोडो सोछखियारो उतन 1 मडोवर- पडिहारारो उत्तन । पाटण चावडारों उतन । ढाको गौडारो उतन। करणाटक कुरकण वगलाणो कल्याणी अणकी - टणकी राठो डारा उतन। आसिरगढ टाकारो उतन। खेंड गोयलारों उतन 1 नरवर कछवाहारो उत्तन। दिल्‍ली तुवरारो उतन । भटनेर- तणोट वीजणोट कोद्रवो भाटियारो उतन । वासगढ खखारो उततन 1 वाभणवाहो वारडारो उतन। दुरमाभक वूदी हाडारो उतन। जाछोर सोनिगरारो उततन । चित्तौड मोरियारो उतन । थोहरगढ ने खागीर कावारो उतन । मडाहड वेरारो उतन। हृढवद - पाटडी झालारा उतन । साकत पाटवों हुलारो उतन । करणेचों गढ कालमारों उतन । तारागढ गुडारो उतन । जागढ्ू रूग. साखलारो उतन । बाघूगढ वाघेलारो उतन । मागछिया मेहाजीनू पूजे । ई दा चामुडनू पूजे । देवरा नागणेचिया पूजे । गोगादे गुसाईजीनू पूजे । मलीनाथजीरा तेज-प्रतापसू महेचा लिखें । महादेवजीरा प्रतापसू सोढा लिसे लिसमीनायजीरा प्रतापिसू भाटी लिखे 1 २1 राठोड़ांरी वातां राठौडारी सयापा राठौडारी सापा छिस्यते- अपलाण १ अहण २ यरनोत ३ बूंपावत कोटेचा काघल वरममोत ४... बलावत्त ५ खापमा सोपर १०




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