भारतीय इतिहास की रुपरेखा | Bhartiya Itihas Ki Ruprekha

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Bhartiya Itihas Ki Ruprekha  by जयचन्द्र विद्यालंकार - Jaychandra Vidhyalnkar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( श्प६ ) बे० शै०--रा० गो० भरडारकर कृत देष्णुदिदम शैदिए्म एंड माइनर रिलीजस सिस्टम्स ( बेप्शव शेव और गौण धर्म-पद्धतियाँ ), स्रासबुग ( जर्मनी ) से श्रका० भारतीय खोज के विश्वकोष का एक अझन्थ, द्वितीय संस्क०, १४१३ | शत्त०--शतपथ ज़ाद्यए । शि० या । स्तस्भ०--स्तम्भाभिलेख । सं० व्या० प०--श्रीपद्‌ कुष्ण बेलवलकर-कृत्त सिस्टम्स चाय संस्कृत ग्रामर ( संस्कृत व्याकरण की पद्धतियों ), पूना, १६१४ । सा० जी ०--रमेशचन्द्र मजूसदार कृत्त कौ्पोरेट लाइफ इन प्न्शयट इडिया ( प्राचीन भारत में सामूहिक जीवन ); रेय संस्क०, कलकत्ता, १४२२ | यूकी झर दिजुधिरट रिरोड्स आद दि वेस्टन वर्ड ( सी यू की अथवा पच्छिमी जगत्‌ के बौद्ध चुत्त--चीनी ग्रन्थ सी यू की का अझनु० ) | बील-झंत, लडन, ८८४ | दृ० 'च०--बाणसद्ट-कृत हषंचरित, निणुंयसागर प्रका» । हिं० रा०--जायसवाल कृत हिन्दू गैलिटी ( हिन्दू राज्यसंस्था ); कलकत्ता, १९२४ |




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