पाश्चात्य शिक्षा का संक्षिप्त इतिहास | Paschataya Shiksha Ka Sanchipt Itihas
श्रेणी : हिंदी / Hindi
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज़ :
50 MB
कुल पृष्ठ :
387
श्रेणी :
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No Information available about डॉ. सरयू प्रसाद चौबे - Dr. Saryu Prasad Choubey
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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शर३-१र४, ( ४) इंगलेण्ड १२४, ( ५) दी छाडर आँवु जीसस १२४-१२५, (६ ) दा भीरेटरो
व जीसस तथा दी पोर्ट रॉयल स्कूल्स शर५-२२६, ( दे ) उपसंदार १०५६-१२७1
र-्माटिन खूथर ,१९७-१२९ !
द--केंलूविन १९३-१२०। '
छ--जॉन नॉक्स ओर जिवजली ३३०-५३१ |
ब्याप ने ऊपर कया पढ़ा है १8१-१३३।
सहायक पन्थ १३२-१३३ |टू सी द
रे यथाथेवादू १३४--१६७बु--क्यों श्रीरकहाँ से ? १३४-१३४ |
२-यथाथुवाद का अध १३३-१३६ !
३--सानवताचादी यथाधवाद १३२६ |(१) राबेले १३६-१३४, (के ) उसका शिक्षा आदर्श १३६-१३८, ( ख ) रावेले8. श* से «+ वश च९०५श्रौर पेस्तॉलॉज़ी १३८, (ग) रावले शरीर रूसो २३८, (घ) राबले और छ्यदइ १३८,
(ड) बौडिक दिकास के लिए क्या श्राव्इययक £ १३८-१३९, (च) राबेले के श्रनुसार
झारीरिक शिला १३५९ |( २. सिर्टन १३३६-१४१ |
--सामाजिकता दादी यथाथंवाद १४१-१४४, ग्रादुर्भव के कारण श२४१-१४२, मॉनटेन
१४२र-२४४, उपसंहार २६४-२४५ |
इ--स्वानुभववादी यथाधथवाद १४१-१६७ |( १) स्वरूप १४५४-१४, (२) मुंलकास्टर २४६-१४७, ( ३) बेकन १४७-१४९,
(४३ राटकें १४९-१५०, (५) कंमेनियस श५२-१६०, कंमेनियस के नव पाठनसिद्धान्त
१५६-१५७, बिवक द्वारा कमेनियस की श्रालोचना ३५७-१५८, कमेनियस श्रौर ,फ्रोबेल १५८,
कमेनियस और पेस्तीॉलॉँज़ी १५८-१५९, बेकन, राटके श्रौर कमेलियस पथप्रदशक १५९-१६० ।
६--यथाथंवाद का प्रसाव १६०-१६१ ३
अप ने ऊपर क्या पढ़ा ? १६३-१६६ ।
सहायक अन्थ १६६-१६७ ।को८ हर ठवाँ अध्याय
। शिक्षा में विनथ की झावना १६८-१८०शू--तात्पय १६८-१६६ |
र--लॉक १६३-व७७ | ०
(१ ) उसका दिक्षा-सिद्धा्त १६९-१७२, (२) लॉक उपयोगितावाद का समर्थकहा
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