गोर्की | Gorki
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
321
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)जनता फा महान लेखक | १५
है 1 गौर्की लिखते हैं--
हाँ, माता रूपी प्रटरति, हमारी महान, अदुभुत, निमम तया अधी
मा तुम सही हो, तुम्हारी दुनिया तथा तुम्हारी जीवन-पद्धतिं अच्छी
है । वे समझदार, सुन्रवद्ध मानवंजाति के हाथो, उस विश्वव्यापी कम्यून
के हाथो में पहुँच कर जिसका हम निर्माण करेंगे और जिसके लिए
हम कुछ भी नही उठा रखेंगे, सवश्रेष्ठ हो जायेंगे, कल्पनातीत रूप में
सवश्रेष्ठ वन जायेंगे । और हम जानते हैं कि इसे केसे हासिल विया
जायेगा, इसका कैसे निर्माण किया जायेगा । हे प्रइतिं, फिर तुम, उस
मानव के लिए जिसे भविष्य जम देषा सचमुच रुदर स्वमवन
जाओगी । यही कारण है कि हम तुम्हे प्यार करते है ।' 1
गोर्की समाज मे हर व्यक्ति को प्रकृति की सतान मानते हैं । वे
अच्छे व बुरे व्यक्ति में अत्तर तो मानते है, लेकिन न तो नच्छो की
अच्छाई से मतवाले होते हैं, न बुरो से घृणा करते है। वे बुरे लोगों
दवारा गदी हरकतों का होना स्वाभाविक मानते है, लेक्नि उहे वे
मात्र अत्पज्ञानी मानते हैं । साथ ही यह भी मानते हैं कि सही मानों
मे महान, शुद्ध हृदयवाले, साहसी तथा बुद्धिमान लोगौ की सख्या
बहुत कम है और उनकी सख्या तभी वढेगी जब बुरी की असख्य
तादाद में मे आातश मानव का निर्माण होगा । यह निर्माण करना
पडेगा ।
गोरकी मे बुरे लोगो के वीच प्रकाश स्तभो की खोज की, उहोने
कोयले के अम्बार मे से हीरे खोजे । यही गोर्की की मानवता को महान
देन है । गोर्की की इसी खोज की प्रक्रिया से समाजवाद स्थापित होता
है और सस्कृति मे रंग बिरगे फूल खिलते है ।
सारी दुनिया में नई समाजवादी सस्कृति के निर्माण के प्रयास में
गोर्की समाजवादी समाज के निर्माता लेमिन के अयतम सहयोगी रहे
टै । श्रगतिशलील विचार रखने वालि तमाम लोगौके लिए मजदूर वग
१ 1 प्रेस एजेंसी द्वारा प्रचारित अनातौली सुनाचारर्की के
ख से ।
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