वेदान्तश्रंक | VedantShrank

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(६) पृष्ठ -संख्या ১০১১০ १३-पेचीली पहेलियाँ ( पं० श्रीमहेशप्रसादजी २-आत्मविस्मरण . ( श्रीसूरदासजी ) *** २८४ मिश्र 'रसिक्रेश” मुख्तार ) “** ३५१ ३-ब्रह्म और त्रजकुमार ( श्रीनारायण स्वामीजी ) २५८ ४-बैद-मन्त्र ( श्रीजगदीशजी झा 'विमछ” )*** ३६३ ४-निरगुन सेज ( श्रीचरनदासजी ) ** रे७२ १५-अतीतके पथपर ( कुबर भीजजेन्द्रसिंहजी ५-स्वार्थकी प्रीति ( गुरु नानकजी ) --* ३९४ सादित्यारुकार्‌' } = ““ ৫ শি ६-घनश्यामकी लगन ( श्रीनारायण खामीजी ) ४१५ १६-प्रियमय जगत्‌ ( पं० श्रीरामनारायणदत्तजी ७-बिराना देश ( श्रीकवीरदासजी ) *** ७४१८ पष्डेय शली) * “* ७३७ <-जीवनकी व्य्थता (-घ्रीरुषितक्रिरोरीजी ) ˆ ` ४२१ $ -गठरीके चो कबी रदासर्ज ১৯ সনি मीत म क १-आत्मह्ानका सौदा (स्व० सेठ श्रीअज्जुन- अजितसिंइजी बह्दादुर खेतड़ी-नरेश ) **' ४७८ दासजी करडिया ) দা * ८७ ११-आज़ादी ( खामी रामतीथ ) टाइटलका चौथा पृष्ठ -+« लें चित्र-सूची बहुरंगे १-बालमुकुन्द ( श्रीजगन्नाथ ) মুত २-शिव ( श्रीसन्येद्धनाथ बनर्जी ) ? ३-जगदृगुर श्रीशङ्कराचाय ( श्रीनगन्नाथ ) *-* ६5 ४-जगद्वर श्रीरामानुजाचाये ( 5 ) ` २७ ५-जगद्भर श्रीमध्वाचाये ( ॐ ) ˆ“ ५६ ६-नन्दके ओगनमे वेदान्तप्रतिपाय व््यक्रा वत्य ( श्रीवनयकुमार मित्र ) উন: ७-याज्ञवल्कय और गार्गी ( श्रीसामालाल शाह )' * * ८५ ८-शिष्योंक्रों सदुपदेश ( দন >°“ १५४ ९-इन्द्र और विरोचनकों उपदेश ( ,, ) ..- ५३८ १०-अश्विनीकुमारोंको उपदेश ( ;; ) “'' হছহ ११-भगवान्‌ भ्रीरामका लक्ष्मणकरों उपदेश ( श्रीज्ये(तिरिन्द्रि रायि) ˆ ৮, ৮৫ १२-महात्मा श्रीशुकदेवजी ( श्रीजगन्नाथ ) `ˆ २१२ १ द-तत्वमसि ( भीविनयङ्कमार मित्र) ` २३५ १४-शुरुभक्तिसे ब्रह्म ज्ञान ( १) )--* २३५ १५-अगद्गुर श्रीनिस्बार्काचायं ( भरीजगनाय ) ˆ` ९४० ५६ -अगद्भुर श्रीवह्टनाचा्यं (-श्रीजगन्नाय) `“ २६९० ४७ अभिदेबकी कृपा ( लीविनयकुमार मित्र ) **' २८१ {८ -आपद्धम € १) ) * २८१ 2 *-मूतिमान्‌ वदान्तनत्त्य “1 २५६ ८५ -ध्द्ः दः दा ( श्रीवनयकुमार मित्र ) **' ३२१ «> --मास्मज्ञानक्ा अधिकारी नचिकता ( श्रीविनयकुमार सिर ) ˆ ` ` ३२९५ २०-अक्षशानी रेक्‍्च ( 3 )* - *** दे४/ २३-संच्ची जिज्ञासा ( ১১) ** ३४१ २४-परकत्रह्म प्रेमक बन्‍्वनमे ( भरीजगन्नोथ ) ইহ ५-ब्रह्मस्तुति ( श्रीविनयकुमार मित्र) ''* ३६४ २६-स्िदानन्दकी जय हा ( श्रीजमन्नाथ ) ˆ २३९५ २७-मुरलीका असर ( श्रीवनयकुमार मित्र ) ** ४०८ 2८-सब्बिदानन्दक ज्योतिषी ( श्रीरामप्रसाद ) *** ४१७ २९-शिव-राम-संवाद ( श्रीवनयकुमार मित्र )*** ४४० ३५-नन्दके ओगिनमे नारदजी ( + ) “'' ४५६ ३१-शअह्याकृत भगवत्सतुति ( 9» ) “* ४७२ *-अ्रीकृष्णका उद्धवकों उपदेश ( श्रीजगन्नाथ )** * ४८८




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