भगवद्गीता सटीक | Bhagvadgeeta Sateek
श्रेणी : साहित्य / Literature, हिंदू - Hinduism
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
22 MB
कुल पष्ठ :
880
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)` पहिला अध्याय} , ५
समय द्रोणचायैजी के पास क्यों जात, युद्ध की तै.
यारी करता प्र ऐसा उसने नहीं किया, इसीसे जाना
जाता है कि दुर्योधन को ही भय हुआ था, पाण्डवं
को नहीं ॥ २ ॥
मूलम् !
पश्यता पाएड्पुत्राखमाचाय महती चमूम् ।
व्युदां द्रपदपुत्रेण तव शिष्येण धीमता ३
पदच्छेदः ।
पश्य, एताम्, पाणडुपुत्राणाम, आचारये, महतीम,
चमूम्; व्यूढाम्, दुपद्पुत्रणः तव शिष्येण, धीमता ॥
अन्वयः शुब्दार्थ | अन्वय शुब्दार्थ
आचार्य-हे द्रोणाचार्य| | पाणडुपु-) _पाण्डके
জং त्राणाम् ५ पत्रोंकी
धीमता> बुद्धिमान् 2
क उयूढाम्=प्वीहुहं
शिष्येए-शिष्य महतीम-बड़ी
हुपदपुओ्रेण-हुपद के पुत्र |. चमूमन््सेना को.
करके ` অহী
भावार्थ ।
हे राजन ! श्न्तर भययुक्तं होकर दुर्योधन द्रोणाः
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