कर्मग्रन्थ प्रथम भाग | Karmgranth Pratham Bhag
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10 MB
कुल पष्ठ :
316
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विषयानुक्रमणिका
प्रस्तावना [पृष्ठ १७ से ७६ |
कमं सिद्धान्त का पर्यालोचन
जगत के मूलपदार्थ ।
. विकार का कारण |
करम-शब्द के वाचक विभिन्न शब्द ।
कमं-विपाक के विषय में विभिन्न दर्शनों का मन्तव्य ।
कमं-सिद्धान्त पर आक्षेप ओर परिहार । `
आत्मा का अस्तित्व : सात प्रमाण ।
आत्मा के सम्बन्ध में कुछ ज्ञातव्य)
कर्म का अनादित्व ।
अनादि होने पर भी कर्मो का अन्त संभव है ।
आत्मा और कर्म में बलवान कौन ?
कम-सिद्धान्त का अन्य शास्त्रों से सम्बन्ध ।
कर्म-सिद्धान्त का साध्य : प्रयोजन ।
कर्म-सिद्धान्त विचार : ऐतिहासिक समीक्षा ।
जनदर्शन में कर्म-सिद्धान्त का विवेचन ।
जनदर्शन का विश्व सम्बन्धी दृष्टिकोण । -
कर्म का लक्षण ।
मावकमे ओौर द्रव्यकमं का विरोष विवेचन ।
चार वंधका वणेन 1 `. |
कमं की विविध अवस्थाएं ।
वंध, उदय-उदीरणा, सत्ता का स्पष्टीकरण । `
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