मानव और उनकी दुनिया | Manav Aur Unki Duniya

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Manav Aur Unki Duniya by अज्ञात - Unknown

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about अज्ञात - Unknown

Add Infomation AboutUnknown

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
हर भागक योर उपर्य दुनिया वश्चुओं के হাতত ইহ: कारीगरो को तावे के औजार दनाते हुए और पत्थर के वर्तन बनाते हुए दिखाय गया है। घुनार सोने के जेवर वया বন दना रहे हैं। डुम्हार मिद्दी के बर्तन बनाते हुए दिव्याई देते हैं. औौर स्विया कपड़े बुनती हुईं 1 इन तस्वीरों में झहाज वनातेदाले कारोगरों को मी दिखाया गया है॥ एक बाजार का दृश्य भी है जहा छोग चीजों की अदला-वदलो कर रहे हैँ ॥ बनी तक मिस में धफ्ये मे मा चसन तहीं हुआ था।. कुछ और दीवारो पर परिवारों को नन्द मनाते हुए दिखाया गया है। छोग अपने उद्ातों में खेलते, यात्रे, नावते और नहाते हुए दिखाए गए है। छतो पर फूलों, पक्षियों, तितलियों, यादि की तस्वीरें हैं। इन इमारतों के फशे पर झेंसे चित्र हैं जहावढ़ते हुए पानी में मछलियों को अठखेलिया करते हुए दिखाया गया है। कॉर्दक और लछग्सर पे ম্যানা থর प्राचीन मिली मन्दिरों के मपर उम अमाने क्ती भवन निर्माय क्या मिप के प्राचोत सन्दिरों की दोवारों पर अफ्ति एक चित्र सुन्दर उदाहर दै 1 (मिस के लोगो ने सक्षत्र विद्या का भी स्पपी ज्ञान प्राप्त बर लिया था | उन्दने नदतो षी गतिविधि रा| ऐसा अध्ययव रिया था जिसके आधार पर उन्हें पहले ही पता चल जाता था कि नीछ नदी में दाढ कद जायंगो । आरम्भ में प्राचीत मिसवासी समय कर जनुमात चौँद से लगाते ये। অব্য ইও पू० ४,००० यपे तक उन्होने ३६५ दिन का एक दैसए्डर वना छिया था।.. दिन को वास्दनवारह पष्टे के दो भारी में वाट दिया था। रामने मप्राठ जूलियस सीजर ते পিল বা যী বলদ বাহ में रोमन साआास्य में प्रचच्तित बिया। आज भो पोडे- बहुत परिजन कै सपय यह प्राबीय कंलप्डर, दुनिश भर में प्रचल्थि है




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now