हिंदी कविता | Hindi Kavita

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Hindi Kavita by कुंवर सूर्यबली सिंह - Kunwar Suryabali Singh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विषय-सूची र्‌ थे बविषय-सीमपा हे बिक ह्ं द् सामाजिक प्रवृत्ति के कारण १ प्रबृस्यनुसार हिंदी कविता का काछठ-विमाजन न आधुनिक काल का विभाजन ५ काव्य के अग श्७ २. विभाव-पक्‍्त रैसु- ५९ विभाव विधान मे प्रकृति श्भ् विभाव विधान मे नारी २५ रृतिभाव में प्राचीन और नवीन आलंबन ३ उत्साह के प्राचीन ओर नवीन आलबन ४ दास के प्राचीन और नवीन आलंबन ्् दोक के प्राचीन ओर नवीन आलबन प्र क्रोध के प्राचीन और नवीन आलंबन / प्‌ उद्दीपन विभाव ५८ 5. भावपश्न द०रुछिछे कविता में भावाँ और विचारों का स्थान थ्‌० भाव धरे काव्यगत मुछभाव द्् रति की प्रघानता ्ज द्द्‌




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