हिंदी भाषा और लिपि | Hindi Bhasha Aur Lipi

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Hindi Bhasha Aur Lipi by धीरेन्द्र वर्मा - Deerendra Verma

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about धीरेन्द्र वर्मा - Dheerendra Verma

Add Infomation AboutDheerendra Verma

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
श् हिंदी भाषा छोर लिपि शोक की धमंलिपियों को भाषा साहित्यिक प्राकृत तथा झ्पगंश भाषाएं इसी काल में गिनी जाती हैं । ज्ञ झ्राघुनिक काल में भारत की वर्तमान आयभाषाएं हैं । इन के भिन्न-भिन्न रूप झाजकल समस्त उत्तर भारत में बोले जाते हैं । साहित्यिक दृष्टि से इन में दिंदी बैंगला मराठी तथा गुजराती मुख्य हैं । इस शाखा की भाषाओं का विस्तृत विवेचन द्रागे किया गया है । संसार की भाषाओं में हिंदी का स्थान क्या है यह अरब स्पष्ट हो गया होगा । ऊपर दिए हुए पारिभाधिक नामों के सहारे संत्तेप में हम कह सकते हैं कि संसार के भाषासमूहों में भारत-यूरोपीय कुल के भारत- ईरानी उपकुल में भारतीय-श्राय॑ शाखा की आधुनिक भाषाओं में से एक मुख्य भाषा हिंदी है ।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now