जय - पथ | Jay Path
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
46
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)कृष्णु-मान्द्र म উদ
उस धक रहे शङ्गारे पर;
नौकरशाही की पडी दि ।
भीषण कारा के द्वार खोल;
पशु ने पो्ष का किया मोल |
समझा न, निशा का तिमिर निगल;
रचता हे दिनमणि नव्य-सुष्टि ।
उस सिंह-सुवन को लोह-कड़ी,
कैसे कर सकती थी हताश ।
चिर मुक्त समीरण सा सुभाष ।
৫
০৯৫6০
অবশ্য
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