आगम दर्पण एसी 6012 | Aagam Darpan Ac 6012

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Aagam Drapan Ac 6012 by कपिलभाई त. कोटडिया - Kapilbhai T. Kotdiya

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about कपिलभाई त. कोटडिया - Kapilbhai T. Kotdiya

Add Infomation About. Kapilbhai T. Kotdiya

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
लगभग भ्रा. वीरसेन ७९ ९-५८२३ ८७०८८ ` ढ़ जिनसेन घपट्खण्डागम ओर कषाय पाहुड पर धवल,जय धवल की टोकाएँ जय धवला की भ्रधरी टोका (श्रा, वीरसेन प्रापने पूरीकी एवं महापुराणः के शिष्य) ८०३-८९१६ प्रा. भुखभद्र ६-१०वीं श. प्रा. हरिषेश ८९३-६४३ “ देवसेन ६२५-१०२३ प्रभाचन्द्र ६४१ कवि पम्प ६४२ भ्रा. पद्मकीति ९४३ ` ” बौरनन्दी ६४३-६६८ ” सोमदेव प्र. ९६५०-६६० “ रविभद्र ६६२-१०५५ - अमृतचन्द्र ६८८ कवि श्रसग ११बीं शता. श्रा. नयनन्दि ६९६३-१०४३ पद्यनन्दि भ्र. वद्धमानपुरारा,पार्वभ्दुदय कान्य महापुराण का शेषकायं भ्रजीतनाथ से महावीर पयन्तं का चरित्र, उत्तर पुराण, जिनदत्त चरित्र कथाकोष ग्रंथ १५७ कथायें दर्शनसार,भावसंग्रह,झा राधनासा र, धर्म संग्रह कथाकोष भ्रादिनाथ पुराण पाश्वेनाथ पुराण चन्द्रप्रभु चरित्र नीति वाक्‍्यामृत, यशस्तिलक चम्पू झाराधनासार पुरुषार्थ सिद्धि उपाय वद्धमान चरित्र, शान्तिनाथ पुराण सुदंसर] चरिड, सयलविहि विहाणश कञ्च जम्दरद्रीप पण्णात्ति ( 11 )




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now