हिंदी चेतना ,अंक -56, अक्टूबर - दिसम्बर 2012 | HINDI CHETANA- MAGAZINE - ISSUE 56 - OCT-DEC 2012

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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एतगार केरेत ( अनुवाद-जितेन्द्र भाटिया ) डैड ने मुझे बार्ट सिम्पसन का गुडडा दिलवाने से मना कर दिया। मम्मा ने तो हाँ कर दी थी, लेकिन डैड ने कहा, नहीं । मैं बहुत बिगड़ता जा रहा हूँ । उन्होंने कहा, “अब कोई बताए '', उन्होंने मम्मा को डाटा, “क्यों लेकर दिया जाए इसे वह गुड्डा ? तुम भी बस, इसके मुँह से रुलाई फूटी नहीं कि झट तैयार ! डैड ने कहा कि मुझे पैसे की कोई कद्र नहीं है। और अगर अभी से यह कद्र पता न चली तो मैं फिर कब सीखूँगा? जिन बच्चों को माँगते ही झट से बार्ट सिम्पसन का गुड़ा मिल जाता है, वे बड़े होकर मवाली बनते हैं, दुकानों से सामान चुराते हैं, क्योंकि उन्हें मनचाही चीजों को आसानी से पा लेने की आदत पड़ चुकी होती है। इसलिए बार्ट सिम्पसन के गुड़े की जगह उन्होंने मुझे चीनी मिट्टी का एक बेढंगा सूअर लाकर दिया जिसको पीठ में एक लम्बी फाँक बनी हुई थी । अब मैं ठीक से बड़ा होऊंगा और मवाली नहीं बनूँगा। हर सुबह अब मुझे चाहे कितना ही खराब क्‍यों न लगे, दूध का एक कप पीना पड़ता है। मलाई वाले कप का एक शेकेल मिलता है, बिना मलाई वाले का आधा। और अगर मैं फौरन उल्टी कर दूँ तो कुछ नहीं मिलता | सिक्कों को मैं सूअर में डालगा इतने पैसे हो जाएंगे कि वह हिलाने पर आवाज नहीं करेगा तो मुझे स्केटिंग करते बार्ट सिम्पसन का गुड्डा मिल जाएगा। डैड कहते हैं कि यही ठीक है, ऐसे मुझे कुछ सीखने का मौका तो मिलेगा। सूअर वैसे है बहुत प्यारा । उसे छुओ तो उसकी नाक ठण्डी -ठण्डी छगती है और उसकी पीठ में शेकेल का सिक्का डालो तो वह मुस्कराता है। आधा शेकेल डालो तब भी वह मुस्कराता है। मैंने उसे नाम दिया है पैसेक्सन। उस आदमी के नाम पर जो कि बहुत पहले हमारे लैटरबॉक्स में रहता था। और डैड बहुत कोशिश के बाद भी जहाँ से उसका लेबल उतार नहीं पाए थे। पेसैक्सन मेरे दूसरे खिलौनों की तरह नहीं है, वह बहुत शान्त है, क्योंकि उसके भीतर रोशनियाँ, स्प्रिंग और लीक होने वाली बैटरियाँ नहीं हैं। हाँ इतना ध्यान जरूर रखना पड़ता है कि कहीं वह टेबल से नीचे छलांग न लगा दे। “सम्भल के, पेसैक्सन! तुम चीनी मिट्टी के बने हो !'” उसे झुककर फर्श की ओर ताकते देखकर मैं उससे कहता हूँ। वह मेरी ओर देखकर मुस्कराता है और बहुत धीरज के साथ इन्तजार करने लगता है कि में उसे हाथ में लेकर नीचे उतारूँ । जब वह मुस्कराता है तो मुझे उस बहुत प्यार आता है। हर सुबह सिर्फ़ उसके लिए ही मैं मलाई वाले दूध का कप पीता हूँ, ताकि उसकी पीठ में शेकेल का सिक्का डालते हुए मुझे दिखाई दे सके कि उसकी उस मुस्कराहट में जरा भी फर्क नहीं आया है।'' आई लव यू पेसैक्सन ! मैं उसे बताता हूँ , '' सच्ची ,मैं तुम्हें मम्मा और डैड से भी ज्यादा प्यार करता हूँ और हमेशा करूँगा, फिर चाहे तुम दुकानें छूटो या कुछ भी करो! लेकिन अगर इस टेबल से नीचे कूदे तो बस, भगवान ही तुम्हें बचाए !'' कल डेड आए, पेसैक्सन को टेबल से उठाया और उसे उलटकर बुरी तरह से हिलाने लगे। “'सम्भल के डेड।” मैंने उनसे कहा, '' पेसैक्सन के पेट में दर्द होने लगेगा! लेकिन डैड बोले, “यह तो बिलकुल भी आवाज नहीं कर रहा! जानते हो योआवि, इसका क्‍या मतलब है? इसका मतलब है कि कल तुम्हें तुम्हारा बार्ट सिम्पसन का स्केटिंग करने वाला गुड्डा मिलने वाला है! ** ग्रेट डेड!'' मैंने कहा, ''बार्ट सिम्पसन का वही वाल गुड़ा न? लेकिन पेसैक्सन को ऐसे मत हिलाओ ! उसे जरा भी अच्छा नहीं लगता ।'' डैड ने पेसैक्सन हित 16 अक्टूबर-दिसम्बर 2012 को वापस टेबल पर रख दिया और मम्मा को बुलाने चले गए। जरा देर बाद वे मम्मा को एक हाथ से खींचते हुए भीतर आए | उनके दूसरे हाथ में हथौड़ा था। देखा, मेंने ठीक कहा था !'' उन्होंने मम्मा से कहा, “' अब इस लड़के को चीजों की कद्र सीखने का मौका मिल रहा है! क्‍यों योआवि? ' “हाँ , डैड |मेंने कहा, “लेकिन यह हथौड़ा किसके लिए है?'' उन्होंने मम्मा से कहा, “यह तुम्हारे लिए है।'' डैड ने हथौड़ा मेरे हाथ में देते हुए कहा, “लेकिन जरा सम्भलकर !'' “ठीक है !'' मैंने कहा और सचमुच बहुत सम्भालकर उस हथीड़े को मैंने हाथ में पकड़ लिया। लेकिन जब कुछ मिनट गुजर चुके तो डेड तंग आकर बोले, “चलो भी अब, फोड़ डालो इस सूअर को !/' “क्या?” मैंने पूछा, 'पेसैक्सन को !!! डेड ने कहा, “ “चलो फोड़ो इसे जल्दी ! तुमने बहुत मेहनत से इतने दिनों में इसे पूरा भरा है और अब इसके बदले तुम्हें बार्ट सिम्पसन मिलना ही चाहिए। पेसैक्सन मेरी ओर देखकर मुस्कराया। उसकी उदास मुस्कराहट चीनी मिट्टी के उस सूअर की थी, जिसे पता चल गया हो कि उसका अन्त आ चुका है। भाड़ में जाए बार्ट सिम्पसन! क्या मैं अपने दोस्त के सिर पर हथौड़ा मारूँगा? “मुझे बार्ट सिम्पसन नहीं चाहिए !'' मैंने डैड को हथौड़ा लौटाते हुए कहा, “मेरे लिए पेसैक्सन ही बहुत है।'' “तुम समझते क्‍यों नहीं |!” डेड बोले, “यही ठीक तरीका है। तुम्हें कुछ सिखाने के लिए ही हम यह कर रहे हैं! लाओ, तुम कहो तो मैं ही इसे फोड़




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