कहकहे | KEHKAHE - BGVS
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
637 KB
कुल पष्ठ :
10
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)दो
नो की माँ उसके छोटे भाई मनु को दवा खिला रही थी।
अनु ने माँ से पूछा-माँ तुम मनु को यह किस चीज़ को
दवा खिला रही हो।
माँ ने कहा-देखती नहीं, मनु को दाँत नहीं है। ये दवा
खिलाने से उसे दाँत निकल आएँगे।
यह सुन कर अनु ने कहा-माँ तो फिर थोड़ी सी दवा मुझे
भी दो। मैं दादी माँ को खिलाऊँगी।
माँ ने पूछा-क्यों, दादी माँ को क्यों खिलाओगी ?
अनु ने कहा-देखती नहीं ! दादी माँ के भी दाँत नहीं हैं।
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एः अंग्रेज की हिन्दुस्तानी बीबी थी। अंग्रेज हिन्दी नहीं जानता
ए । इससे उसकी बीबी को फायदा था। पति को जब भी गाली
देनी होती, वह हिन्दी में गाली देती । पति तो हिन्दी जानता नहीं था।
इसलिए समझ नहीं पाता था।
एक दिन बीबी ने अंग्रेज को गधा कहा-अंग्रेज ने पूछा-
तुमने मुझे “गधा” क्यों कहा ? यह तो गाली है।
बीबी ने कहा- नहीं, नहीं, गधा गाली नहीं है। गधा का
मतलब तो है मोटा-ताजा।
अंग्रेज न बीबी के बातों पर विश्वास कर लिया।
इसी तरह एक दिन बीबी ने अंग्रेज को उल्लू कहा- अंग्रेज ने
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