हमें ऊर्जा के बारे में कैसे पता चला ? | HOW DID WE KNOW ABOUT SOLAR POWER
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
37
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
आइज़क एसिमोव -Isaac Asimov
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पुस्तक समूह - Pustak Samuh
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पर पानी फिर गया। युद्ध समाप्त हो पहले ही शूमैन का देहान्त हो गया।
इस बीच साधारण इंजनों में कई सुधार हुए और वो पहले से कहीं
बेहतर बने। सौर-इंजनों के लिए यह एक अच्छी खबर नहीं थी। उसके साथ
ईंधन के नए ख्रोत्र भी मिले।
प्रथम महायुद्ध के बाद तेल ईंधन के रूप में बडे पैमाने पर इस्तेमाल
किया जाने लगा। कोयले के मुकाबले तेल को उपयोग करना कहीं ज्यादा आसान
था। ऐसे माहौल में मुश्किल और जटिल सौर-इंजनों में सुधार की बात लोग
भूल गए।
3 गर्म पानी
पानी के उपयोगी होने के लिए उसका उबलता होना जरूरी नहीं है।
कई बार थोड़े से गर्म या गुनगुने पानी से भी काम चल जाता है। उदाहरण के
लिए, अगर ठंडे पानी से नहाना आरामदेह नहीं है तो एकदम उबलते पानी से तो
बदन जल भी सकता है। नहाने के लिए सामान्य गर्म पानी ही सबसे बेहतर होता
है। यह बात केवल स्नान के लिए ही नहीं परन्तु अपने हाथों से कपडे या बर्तन
धोने के लिए भी सही है।
परन्तु गर्म पानी के लिए उसे किसी बर्तन में रखकर आग पर गर्म
करना जरूरी होगा। क्योंकि नहाने, कपड़े और बर्तन धोने के लिए बहुत पानी
लगेगा इसलिए उसे गर्म करने में काफी ईंधन भी खर्च होगा।
आग जलाए रखने के लिए लकड़ी काटना या दूर से कोयला ढोकर
लाने कठिन काम है और उसमें खर्चा भी काफी है। इसलिए पिछली शताब्दी में
सप्ताह में केवल एक ही दिन “स्नान दिवस' होता था जिससे कि एक ही दिन में
सारा कठिन काम सम्पन्न हो जाए। उस समय लोग हफ्ते में बस एक ही दिन
नहाते थे।
अगर यह कठिन कार्य सूर्य की सहायता से सम्पन्न तो फिर क्या? पानी
से भरी टंकी धूप में रखने से उसका पानी गर्म होगा ही, क्यों?
हां, पानी गर्म तो होगा पर उसमें बहुत समय लगेगा - शायद आधा
दिन लगे। पर अगर अचानक बादल छा जाएं या फिर रात हो जाए तो फिर
क्या? पानी जल्दी से ठंडा हो जाएगा।
1891 में एक अमरीकी आविष्कारक क्लैरेन्स एम केम्प ने फेल्ट से भरे
डिब्बे में बेलनाकार बर्तनों में पानी रखा। फेल्ट एक कुचालक है और उसके
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