कौटिल्य चाणक्य की राज्य व्यवस्था का परवर्ती युग पर प्रभाव तथा वर्तमान में उपयोगिता | Kautilya Chanakya Ki Rajya Vyavastha Ka Parvarti Yug Par Prabhav Tatha Vartman me Upyogita

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Kautilya Chanakya Ki Rajya Vyavastha Ka Parvarti Yug Par Prabhav Tatha Vartman me Upyogita  by राजेन्द्र कुमार - Rajendra Kumar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अश्व-पालन अस्व की उपयोगिता अश्वाध्यक्ष अश्वों को भोजन-छादन एवं चिकित्सादि की व्यवस्था (कि) अश्वशाला (खि) भोजन (गि) स्थान एवं व्याधिशान्ति के साधन (घि अस्वों की चिकित्सा उत्तर गध्य ओर साधारण घोड़ों के लक्षण अश्वों की देनिक गति युद्ध की दृष्टि से उत्तम सध्य अश्व अश्व पालनरकर्ता हस्ति पालन हाथियों की उपयोगिता हस्त्याध्यक्ष का कर्तव्य अन्य कर्मचारी कर्सचारियों को दण्ड विधान हाथियों के प्रकार उत्तय मध्यय और कनिष्ठ हाथी हस्तिशाला हाथी की दिनचर्चा हाथियों को पकड़ना हाथियों का दांत काटने का समय उत्सव सुरा उद्योग सुरा उद्योग पर राज्य नियंत्रण की आवश्यकता 188 188 188 188 189 189 191 191 192 192 193 193 194 194 194 195 195 196 197 19 198 199 199 199 199 199




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