शेर ओ सुखन भाग 2 | Sher O Sukhan Bhag 2
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10.07 MB
कुल पष्ठ :
322
श्रेणी :
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No Information available about अयोध्याप्रसाद गोयलीय - Ayodhyaprasad Goyaliya
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ही श् पन्
१०--प्रस्वुत २, ३, ४ भागोमें वर्णित शाइरोंमे--साकिब, हसरत,
फ़ानी,असगर, जिगर और सीमाबका परिचय संक्षेपमे शेरो-शाइरीसे
दिया जा चुका था । फिर भी ऐतिहासिक क्रमको बनाये रखनेके लिए
इनका उल्लेख इन तीन भागोमे भी किया गया है । इनके वगैर इतिहास
लंगड़ा-दूला रहता । अतः हमने इनका परिचय भौर कलाम शोरो-
शाइरीसे सर्वथा भिन्न और नवीन देनेका प्रयत्न किया है ।
११--शाइरोंका कलाम उनकी जिन कृतियोसे चुना गया है, उनका
नाम कलामसे पूर्व या वादमे दे दिया गया है । कृतियोके अतिरिक्त उनका
ताजे-से-ताज़ा कलाम भी देनेका प्रयास किया गया है, भौर वह जिन
पत्र-पत्रिकाओसे संकलन किया गया है, उनका भी यथास्थान उल्लेख
किया गया है । जिन शाइरोके दीवान मुद्रित नहीं हुए, अथवा हमे प्राप्त
न हो सके, उनका कलाम हमने जिन तजकिरो और पत्रोके अम्बारो से
खोजा है; उनके नाम भी कलाकके साथ दे दिये है । उन सबकी तालिका
पृथकसे नही दी गई हैं । ”'
१२-अक्सर हर शाइरके कलामके अन्तमे हमने तारीख दी है,
ताकि लेखनकाछका पता लग सके । कई जगह बहुत नजदीकी तारीखें
अंकित है । उतने वकक्फेमे वह मजमून लिखा ही नहीं जा सकता । इसकी
वजह यही है कि कई-कई मजमून यथावश्यक और सुविधानुसार लिख
लिये. गये; परन्तु किसी वजहसे पूर्ण न हो सके और जब पूर्ण हुए तो
लगातार होते चले गये और तभी मजमून-समाप्तिकी तारीख डाल दी
गई । शाइरोका कलाम पढा कभी. गया, उद्धृत कभी किया. गया और
परिचय आदि सुविधानुसार कभी लिखा गया । कुछ स्थल सुविधातुसार
आगे-पीछे लिखे गये है और उन्हे बादमें क्रमबद्ध कर दिया गया है। ये
२, दे, ४, ५ भाग १९४९ ई०मे लिखने शुरू किये गये थे और दिन-
रातके लगातार परिश्रमके बाद १९५४ ई०मे पूर्ण हो सके हूं । तर
१, द्वितीय संस्करणके संदोघन, परिवत्तंत एवं परिवद्ध॑न्में १ €४५७
का पुरा वष व्यतीत हुश्रा हैं ।
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