रंगमंच और नाटक की भूमिका | Rangamanch Aur Natak Ki Bhumika

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Book Image : रंगमंच और नाटक की भूमिका  - Rangamanch Aur Natak Ki Bhumika

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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“रप्मच प्रस्तायना & स्वाटन पा सकते हैं, न उस युग की कला रुचि हा समझ सकते है और ने अपने युग विशप का रगमच निर्मित कर सक्त हू । नाटक जस अति दाक्तियाली तथा जीवात बाय कता माध्यम को वेवव हम साटिय पर एक सामाय प्रकार छव विधा के ही स्वर स देखते रह जायेंगे । नाटक मे नाटक की आत्मा की अनुधथूलि और उसके प्रत्यल हटाने के जिये उमर रगमच का सम्पूए सत्य भाव चातिय ।




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