दूसरा दरवाजा | Doosara Darawaza
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
186
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)रीवा:
हेमा :
जया :
भालती :
भालती :
जया :
मालती :
रीता :
मालती :
जया :
हेमा :
जया :
रीता:
हेमा :
मालती :
हाय, मेरी मीलम परी !
हुकुम की वेगम !
उसके चारों शोर कुसियां खोंचकर
बंठ जातो हैं +
तुम्हारे दांत कितने खूबसूरत है,* कितने है तीस या
बत्तीस । ज़रा मुंह खोलो *'गिने तो 1 हि
यह क्या बदतमीज़ी है ?
तीनों उसे पकड़कर उसका मुंह
खोलती हैं। दांत गिमने के बजाय
उसके मुह में कुछ डाल देती हैं।
थू“'थू “नानसेन्स*“आवाण**!
बिगड़ती क्यों हो ? लो मेरे दात गिन लो !
तेरे मुंह से सिगरेट की बदबू आती है।
हाय, सब्जपरी के मुंह में तो दूध भरा है !
मैं भ्रभी रिपोर्ट करती हूं प्रिसिपल से !
मालूम है हरीसिह गुंडे का नाम“*““दिन-दहाडँं उठवा
दूगी यहां से । बड़ी सती सावित्री बनती है !
हाय, इसकी कमर ती देखो !
तोनों उसकी कमर में चिकोटो
क्ाटतो हैँ 1 चहू भागतो है। दौतों
ओर दरवाजे पर लड़कियाँ पड़ो हो
जाती हैं।
इस कमरे से बाहर नहीं जा सकती 1
कसम खाओो “हमारी रिपोर्ट नही करोगी ।
मेरी कोई शिकायत नही !
कहूंगोसा् स्पाटफ्रेहफोड, यह मेरा कालेज है।**
'मेश होस्दल ।..
* केवसोठु्म औरे हम * २३
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