शिवा साधना | Shiva - Sadhana

Shiva - Sadhana by श्री हरिकृष्ण प्रेमी - Shree Harikrishn Premee

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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िका-सा फनाः पहला अंक पहला इर्य [ तुठजापुर के भवानी-मंदिर में युवक शिवाजी समवयस्क साथी येसाजी कंक बाजी पासरकर सर तानाजी मालुसुरे । समय--उपा-काल | शिवाजी-मेरे स्वप्नों के संजीवन श्र शाकाक्षाओं के ्ाघार--झो मावल देश के गोरब-शिखर सुमे तुम्दारे सहयोग का गये है। श्ाज मेरे जीवन के झठारदवे वषे का प्रथम झर्यो- दय है श्ञाज मेरी ाँखों के ्यागे नवीन बाल-रवि का उदय हुआ है ्ञाज मेरे सामने नवीन कमे-पथ तानाजी-- नवीन कमे-पथ शिवाजी-- ( बात काट कर ) जरा ठहरो सवीन कमं-पथ की बात पीछे कहूँगा पहले भवानी की झारती कर लें जिनके इंगित से मेरे रक्त का प्रत्येक कण संचालित होता है ।




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