हिंदी कविता में युगांतर | Hindi kavita me Yugantar

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Hindi kavita me Yugantar by सुधीन्द्र - Sudhindra

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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६ ६ कला-सपीक्षा ३२९६-५२० अन्तिम पट १-रूप औररस कम काव्य के रूप ३६६-४०१ ख ः माषा-विन्यास ४०२-४१७ विकास की सीमा ४०२ भाषा का छादश ४०३. मे छन्द-विन्यास ४१८ छुन्दों का पुनरु्थान ४१८ हिन्दी छन्द पर शॉस्त्रिय इष्टि ४१ ८ लय शोर अन्त्याजुस ४२० स्वच्छन्द प्रयोग ४२४ संस्कृत का संस्कार ४२७ उदू का प्रभाव ४२८ ंग्रेजो का प्रसाव ४३० बंगला का प्रभाव ४३३ साचावृत् ४३४ गीत-विन्यास ४३८ गीद-परम्परा ४३४ पदगीत-भजन- गीत ४३४ गजल गीत ४४२ प्रगीत गीत-रूप मक्त छन्द ०५४१ रसाजुकूल छुन्द-प्रयोग ४१२ घ रस और अलडवार ०१४ शास्त्र के आलोक में ४१४ रस ४६ ० रूप-चित्रण ४६० भाव-चित्रण ४६३ वियोग-पन्तन ४६४१ शोक भाव करुणख रस ४६६ शोकगीत ४९७ उस्साह-भाव वीर रस ४६८ क्रोघमाव रोद्रस ४७० बात्सरयमाव ४७० श७१ हास्य-व्यग्य-विद्रप श्७२. वीमस्स शान्त ४७२ अलंकार ४०३ अनुप्रास ४७४ यमक चर श्लेघ ४७७ प्रोक्ति-प्रयोग ४७८ उंपमा ४७४ रूपक ४८२ उस्प्रे्ा ध्प३ सन्देह पंप ३ ४८४ उल्लेख धप४ . असंगति-श्रम्योक्ति ४८ संवमावौक्ति-विरोधाभास ४८७ र--र्काव और काव्य चीन परम्परा श्रीघर पाठक ४८४ देवीप्रसाद पूर्ण ४६३ सत्यनारायण _... कविरत्न ४६४ रामचन्द्र शुक्ल ४४६ जयशंकर प्रसाद ४३७. -भारती की घारा श्रीघर पाठक ४१४ हरिओधघ श्र प्रिय-प्रवास २०१ मेधिली शरण गुप्त और खाकेत १० दे पूर्ण ५१ रे शंकर 2१२ सनेद्दी त्रिशूल ५१३ अन्य कवि १४ जयशंकर प्रसादः २५ ६ एक भारतीय आत्मा श१७ सूयकॉंत त्रिपाठी निराला ५७ सुमित्रानन्दन पन्‍्त २१४ नवयुग की किरण २२१




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