नित्य कर्म्म प्रयोग माला | Nitya Karmm Prayog Mala
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7.5 MB
कुल पष्ठ :
268
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about श्री कृष्णदास श्रेष्ठिना - Shri Krishnadas Shreshthina
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(६). नित्यकमेप्रयोगमाठायां-
तान्स्मरतों नित्यं विषवाधा न जायते ॥ १४ ॥ हर
हरिं हरिश्वद्रं दचुमेंतं दलायुधम् ॥ पंचकं वे स्मरेत्रि-
त्यं घोरसंकटनाशनम् ॥ १८५ ॥ राम स्कर्दे हनूमंत
वैनतेय॑ व्रकोदरम ॥ पंचेतान्संस्मरेत्वित्यं भववाधा
विनश्यति ॥ १६ ॥ आदित्यश्र उपेंद्रश्व चक्रपा
शिमदेश्वरः ॥ देंडपाणिः प्रतापी स्यात्क्षत्तड्बाधा
न जायते ॥ १७ ॥ वसुवेरुणसोमौ च सरस्वती च
सागरः॥ पचेतान्सस्मरेद्यत्र ठषा तत्र न बाघते॥१८॥।
सनत्कुमारदेवषिशुकभीष्मपुवंगमाः ॥. पंचेता-
न्स्मरतो नित्यं कामस्तस्य न बाघते ॥१९॥ राम
लक्ष्मणो सीता च सुग्रीवों इचुमान्कपिः ॥ पंचेता-
न्स्मरतो नित्य महाबाधा प्रमुच्यते ॥ २० ॥ ककों-
टकस्य नागस्प दमयंत्या नलस्य च । ऋतुपणस्य
राजे: कीतने कलिनाशनम ॥ २१ ॥ वेन्यं प्रथे
हेहयमजुन च शाकुन्तलेयं भरत नलं च । रामं च
सीतां स्मरति प्रभाते तस्याथलाभो विजयश्व नि
त्यमू ॥ २२ ॥ छंदोगपारिशिष्टे-श्रोत्रियं शुभगां
User Reviews
No Reviews | Add Yours...