भारत का आर्थिक भूगोल | Bharat Ka Arthik Bhugol
श्रेणी : अर्थशास्त्र / Economics, भूगोल / Geography
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9.39 MB
कुल पष्ठ :
284
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)डे. मे
होगी, खनिज. पदार्थों, वनस्पति; पशु श्र कृषि के सम्बन्ध में सभी जानने
योग्य बातो का झप्ययन करना होगा । साथ ही इस बात का भी झव्ययन
करना टोगा कि प्रथ्वी की बनावट; खनिज-पदार्था, वनस्पति, पशु-पत्ती तथा
कृषि का मनुष्य जीवन पर क्या प्रमाव पडता है । विद्यार्थी को इस बात का
मी दध्ययन करना होगा कि भिन्न-भिन्न प्रकार की मिट्टी तथा धघाठुद्मो का
पृथ्वी की बनावट से क्या सम्बन्ध है, प्रथ्वी की बनावट तथा जलवायु।का
' खेनी पर क्या प्रभाव पडता है । इन्हीं भौगोलिक परिस्थितियों पर मजदूरों
(जो सम्पत्ति उत्पन्न करते हैं) की कार्य करने की ताकत निमर है श्र घरातल
' की बनुघट तथा जलवायु से “शक्ति” (?0+८ा) का घनिष्ठ सम्बन्ध है ।
कोयले के द्वारा उत्पन्न की हुई शक्ति, बिजली, पानी तथा वायु की, शक्ति
' सभी घरातल की बनावट तथा जलवायु पर ही ्वलम्त्रित हैं। कच्चा माल
' (खेतों दौर चनों में उतन्न होने वाले पढाथ); खनिज पदार्थों, मजदूरों के
। कार्य करने की ताकत तथा शक्ति (006८7) इन्ही पर किसी देश क्री
' त्रौद्योगिक उन्नति निमर रहती है । इसलिए भूगोल के विद्यार्थी को इन सभी
चातों का श्रः्ययन करना झावश्यक है ।
_.... श्राज् जब कि समस्त ससार श्रौद्योगिक उन्नति की ही घुन में उन्मत्त' हो
रहा है, औ्रोर प्रत्येक देश झ्रपनी आर्थिक दशा को सुधारने का प्रयत्न कर रहा
. है उस समय द्रार्थिक भूगोल का जान होना नितान्त श्रावश्यक है द्रभी तक
' इस विपय को हमारे स्कूलों श्रौर कालेजो के पाय्यक्रम में कोई स्थान नहीं दिया
गया था किन्तु व इन विपय के महत्व को स्वीकार किया जा रहा है ।
द द्रार्थिक भूगोल के अध्ययन से लाभ
॥... (&ैतर्थए2छु८5 0 ठैघपतिप़ंण हु छिट०ए0एपंट (5८6०878]प४)
गा... द्ार्थिक भूगोच के दव्ययन से हमे नीचे लिखे लाभ होते हैं :--
(१) श्ाथिक भूगोल ने हम यह जान सकते हैं कि कौन-कौन सी
चीजे-कच्चा माल जन स्वेती की पैदावार, खनिज पदार्थ, वनों में उत्पन्न होने
वाली वन्तुर्गे, मछली इत्यादि कहाँ उत्पन्न होती है और पक्का साल--ग्र्थात्
वारन्वानो मे तैयार की हुई सिन्न-मिन्न प्रकार की चीजें कहाँ मिल सकती है !
(२) आिक भूगोल हमे पृथ्वी के झार्यिक साधनों (खेती की पैदावार,
चर
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