सरदार वल्लभभाई भाग २ | Sardar Vallabh Bhai Bhag 2

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नरहरि द्वा. परीख - Narahari Dwa. Parikh

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रामनारायण चौधरी - Ramanarayan Chaudhari

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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० *,,+ सरदार वल्लभ भोओ,: ससाचाइसे गुजरात:अपा बबूला - हो; अठा । अहमदाज्ञादमें .साबरमती, नदीके' किनारे -अक वड्डी ,सभा ग़ंघीजीकी :-अध्यक्षतामें हुआ. 'अुसमें ५०, ७५: हजार आद्रमी होंगे +-असमें- निम्न: प्रस्ताव प्रास किथा गया: . .:. हम॑ अहमदाबादके नागरिक. अप्रतना .निश्चय घोषित करते: हू ' कि वल्लभभाशीकों जहां ले जाया . गया है. वहां हम जानेंको तेयार: 'हैं। जब तक देशकों स्वाधीनता प्राप्त नहीं ,हो जाती, तक , हम. .. चेनसे नहीं बेठेंगे और सरकारकों भी: चेनसे -बेठने. नहीं.. देंगे । हम हृदयसे 7 मानते हू कि - हिन्दुस्तानकी मुक्ति; सत्य और अहिसाके पालनसे . ही होगी । [5 सरदझरके पकड़े जानेसे, रास गांव पर बिजलीका-सा. असर हुआ । पढे, पठब्नारी और तमाम: चौकीदारोंने जिस्तीफे दे. दिये । मितना ही. नहीं, रासमें' रहनेवाले अंक कलालने, जिसने किसी और गांवमें शराबकी दुकानका ठेका ले रखा था, दराबका.घंघधा कभी न. करनेकी. प्रतिज्ञा. ली ।. अंक. सिक्ख भाभी दिन सरदार गिरफ्तार हुअ असी दिन रेलवेकी नौकरी छोड़कर राष्ट्रीय सेनिक बन गये । अकेले रास मांवसे ५०० भाओ-बहनोंने सैनिक बन कर सत्याग्रहकी.. लड़ाभीमें झरीक होनेके लिअ अपने. नाम दिये । तीसरे दिन महादेवभ्राप्नी सस्दारसे . जेलमें मिलने गये । जिसका बणन महादेबभाऔकी ,सुन्दर शलीमें यहां दिया. जाता है: -« - ी ,. बही खिलखिलाकर .. हंसना, वही कटाक्ष और ब्रहमी . खुझ- ६. मिजाजी थी !. -असा लगता ही नहीं था सरदारके, .जेकमें दर्दान्‌ '.. कर..रहे हें। ' गांधीजीको अक बार जाने तो दो, फिर सब कुछ करके, ,« दिखा देंगे, यों कह कर सबके कुतृहलकों शांत करनेवाले सरदार. गांध्रीजीसे पहले जेलमें चले. जायेंगे, यह .किसीने सोचा भी नहीं था ।. बोरसबमें -त़ो. व्रे छोगोंको यह समझाने ही गये थे कि गांधीजी आयें तब , लोग क्या: करें । अन्हें जेलमें. ले जाते समय्र कोओ १० मिनट अनकी. मोटर.आश्रमक्े समते ठह्री थी । अुस. समय आजायं. कृपा अनसे ,कहा कि : आख़िर यों वाप्रको घोखा. देकर पहले ही. चले. जा. रहे हूं न ?,' तब, खिलखिलयाकर हंसते ,हुअ सरदार बोले, ' धोखा. तो सरकारने . दिया । . यह . मालूम होता कि, बोरसदमें मुझे . पकड़, लेंगे तो, वहां. जाता - ही क्यों. 2? . शक. जेल . मुझसे : आह करने :छगे कि आप, सरदारसे अंप्रेजीमें ही बातें कीजिये । मेंने जवान .दिया,...' सें अपने,




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