हिंदी व्याकरण | Hindi Vyakaran
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17.92 MB
कुल पष्ठ :
701
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about पं. कामताप्रसाद गुरु - Pt. Kamtaprasad Guru
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( ९० )
बाबू जगन्नाथदास ( रलाकर ), बी० ए० ।
बाबू श्यामसुंदरदाख, बी० ए० !
पंड़िव रामचंद्र शुक्क ।
इन सब सज्नों के प्रति इम श्रपनी दार्दिक कृतश्षता प्रकट करते
हैं। पं० महावीरप्रसाद द्विवेदी के हम विशेषतया कृतज्ञ हैं, क्योंकि
झापने हस्त-लिखित प्रति का झधिकांश भाग पढ़कर झनेक उपयोगी
सूचनाएं देने की कृपा श्रौर परिश्रम किया है। खेद है कि पं० गोविंद-
नारायणजी मिश्न तथा पं० अंबिकाप्रसादजी वाजपेयी समया भाव के
कारण समिति की बैठक में योग न दे सके जिससे हमें श्राप लोगों
की दिद्वत्ता झार सम्मति का लाभ प्राप्त न हुआ । व्याकरणा-संशो-
धन-ससिति की सम्मति शम्यत्र दी गई है ।
झंत में, हम विज्ञ पाठकों से नर निवेदन करते हैं कि श्राप लोग
कपा कर हमें इस पुस्तक के दोपों की सूचना अवश्य देवें । यदि
इंश्वरच्छा से पुस्तक को द्िवीयाबृत्ति का साभाग्य प्राप्त ्वगा ता
उसमें इन दोषों का दूर करने का पूणण प्रयत्न किया जायगा ।. तब
तक पाठक-राण क्पा कर “हिंदी-व्याकरण”” क॑ सार का उसी प्रकार
प्रह्दश करें जिस प्रकार--
संत-हंस गुण गदद्दिं पय, परिहरि वारि-विकार !
गढ़ा-फाटक,
जबलपुर; | निवेदक--
बसंत-पंचमी, | कामताघवाद गुरु
सें० १६७७ ।
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