दानविचार - समीक्षा | Daanvichar - Samiksha

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Daanvichar - Samiksha by पं. परमेष्ठी दास - Pt. Parameshthi Das

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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सूर्य अकाज् परीक्षा ऊ पर नाम चचांसागर के बड़े,भाईकी जांच- भी शीघ्र छप रही है ! जैसे कि क्षुल्लक नांमघारी ज्ञानसागरजी ने चर्चासागर- दानविचार एव सूयग्रकाश पुस्तके प्रकाशित कराकर जैन समाज को धोखे में डालकर जैनधम पर कलक का टीका लगाने की कुचेष्टा की है, वैसे ही समाज के कुछ विद्वानों ने उनका शाख्रानुकूल प्रति- वाद्‌ प्रकट कराकर ससाज को सावधान करते हुए जैनधसे पर लगते इए कलंक फे टीके को परिमार्जित करने का पूर्ण प्रयास किया है । जिनमें से चर्चासागर एवं दानविचार समीक्षाएं तो हमारे पाठकों ने देखी द्वी है। अब हम सूर्यप्रकाशपरीक्षा अपर नाम चर्चासागरके बडे भाईकी जाच नामकी पुस्तक शीघ्घ ही श्रकाशित करने वाले हैं जो कि तैयार होते ही पाठकों की सेवा मे उपस्थित की जा सकेगी । पुस्तक की मौलिकता इसी से प्रकट होजाती है कि इसके लेखक हैं हमोरे समाज प्रसिद्ध ऐतिहासिक विद्वान्‌ पं० जुगजकिशोर जी भुख्तार अत. ग्राहक महोदय शीघ्र द्वी हमे सूचित करन की कृपा करे । जोहरीपल जैन सर्राफ, द्रीबां कन्ना-देहली ।




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