ग्रेट ब्रिटेन का आधुनिक इतिहास | Great Britain Ka Adhunik Itihas
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
16 MB
कुल पष्ठ :
372
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अध्याय १
सत्रहवीं सदी के पहले का इंगलेंड
परिचय
४*वीं सदी-तक की स्थिति--इंगलेंड़ यूरोप के पश्चिमी हिस्से में एक छोटा सा
द्वीप' है | प्राचीन काल मे जव भारत, चीन, ग्रीस ग्रादि देश सभ्यता तथा संस्कृति के
शिखर पर पहुँचे हुए ये, तब्र इंगलेंड जंगली और असम्य देश था। ब्रिटेन में रोमनों
के आने के समय तक ऐसी ही स्थिति रही | वहाँ के आदिम निवासियों के विषय में
पूरा और.ठीक ठीक दाल नहीं मिला है। किन्तु ईसा के लगभग दो हजार-वर्ष पूर्ण के
रहने वाले लोग पुराने पत्थर युग 'के निवासी के जाते हे ! वे लोग गुश्रौँ मे रहते
थे, चमड़ा ओढ़ते थे और कच्चा मांत खाकर अपने दिन काटते ये) ईसा से करीव
एक हजार वप पूवं ब्रिटेन में एक नई जाति के लोग आये जो आइब्रीरियन कहलाते
थे। ये लोग पुराने पत्थर युग के लोगों से अधिक सम्य थे | ये लोग जानवर पालते,
खेत जोतते और कपड़ा चुनते थे | अतः इन लोगों के.आने के साथ साथ-नया पत्थर युग
प्रारम्भ हुआ । इसके एक आध सोश्वर्ष बाद आये जाति के लोगों ने ब्रिटेन पर आक्रमण
किया और वहाँ बस भी गये । ये लोग केल्ट कहे जाते थे | ये लोग फ्रांस से दो दलों
, में आये । पहले दल का नाम गेल था और दूसरे दल का ब्रिटन । केल्ट लोग सभ्य
तो थे लेकिन देश की राजनीति में इनकी कोई खास देन नहीं थी | इनमें ब्रिटन लोग
अधिक प्रसिद्ध थे और उनकी संख्या भी विशेष थी | अतः उन्हीं के नाम पर द्वीप
का नाम ब्रिटेन पड़ा । परन्तु केल्ट लोग भो रोमनों के आक्रमण के शिकार हुए |
रोमनों ने पहली सदी में उन्हें परास्त कर ब्रिटेन म॑ं अपना शासन स्थापित किया।
इनके समय में ब्रिटेन की हर तरह से उन्नति हुई क्योंकि रोमन लोग सम्यता 'तथा
_ राजनीति में बहुत आगे बढ़े हुए थे | लेकिन अपने ही देश की रक्षा करने के लिये
४१० ६० में रोमन लोगों को ब्रिटेन से स्वदेश लौट जाना पड़ा ।
ख्यूटनों का आगसन--ब्रिटेन से रोमनों के हट जाने पर वहाँ के लोगों की
हालत बुरी हो गई । विदेशियों का आक्रमण होने लगा ओर अपनी रक्षा करने में वे
असमर्थ हो गये | उन दिनों जमनी में आयों की एक शाखा--स्वुटन जाति--के लोग
बसते ये | इस जाति में जूठ, ऐंग्ल और सैक्सन अधिक प्रसिद्ध थे। ब्रिठेन ने अपनी
रक्षा के लिये जूठों को चुलाया । जूटों ने उनकी रक्षा विदेशियों से तो की, लेकिन
इसके बाद उनको जगह उन्होंने स्वयं दखल कर लिया । जूटों के बाद ऐंग्ल और सैक्सन
भी आकार बस गये | पीछे ये लोग आपस में मिलजुल गये और इंगलिश कहलाने लगे.
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