लोक साहित्य विज्ञान | Log Sahitya Vigyan
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17 MB
कुल पष्ठ :
544
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)५ लोकसाहित्य के भेद
विश्व लोकवार्ता के भेद--८५ ।
६ लोकसाहित्य सकलन ९३-१४६
प्रासगिक--€ ३, क्षेत्रीय कार्य का महत््व--६४, लोकसाहित्य सकलन में
कठिनाइयाँ--६४, अनुसधान अथवा सकलन-सग्रह की व्यवस्था के प्रकार--
উন, केन्द्रीय संगठन की उपयोगिता--१००, क्षेत्रीय अभ्यास--१०१,
चित्र स्थापन--१०२, पूर्व के सग्रह--१०३, प्रशिक्षण - १०३, टोली या
व्यक्ति--१०४, क्षेत्रीय प्रक्रिा---१०५, इटौरा का उदाहरण--१०६, एक
ग्राम सर्वेक्षण--१०६, प्रश्नमाला--१० ५, गाँव की ऐतिहासिक तथा सामान्य
वार्ता--१११, सर्वेक्षण मे कठिनाइयां तथा समाधान--१ १५, प्रेत पूजा
विषयक क्षेत्रीय अभ्यास--११८, दैनदिनी (डायरी)--१२०, अभ्यास
पुस्तक--१२०, लोकवार्ता की टदष्टि- १२०, लोक नास्य--१२२,
सकलनकर्ता- १२३, योग्यताए-- १२३, ग्रामसाहित्य सकलन पत्र -१२४
विधि पत्निका--१२५, भ्रामसाहित्य के प्रकार--१२५, ग्रामसाहित्य किस
प्रकार सक्लित किया जाय-- १२८, गीत कंसे लिपिवद्ध करे -१३१ कछ
अन्य आवश्यक वाते-- १४१, लोकसादहित्य सग्रहालय -- १४३, परिशिष्ट--
(१) अन्तररष्टरीय ध्वनि-लिपि-१४६, (२) ध्वन्यकन-यन्त्र (श67९त्०गपन))
--१४७ |
७. कथा साहित्य १५०-१७४
प्रासमिक--१५०, धमंगाया--१५०, धर्मगाया का रूप--१५३, धर्मगाथा
का मूल--१५४, लोकवार्ता साहित्य का मूल --१५७, लोककहानी-- १६०,
लोकं कथा का उद्भव--१६१, कहानियो का वर्गकिरण--१६६, बाल-
कहानी-- १६८, लोककहानी के निर्माण-तन्तु--१७० ।
८ कथा कूप (एणाः (भ६ 1४४७४) १७५-२१५
प्रासगिक--१७४५, बने महोदया के कथा रूप--१७७, कथा-रूपो की अनु-
क्रमणिका-- १९०, कथाचक्र--२१४।
& अभिप्राय ने फा इतिहास
लिखिका---डा० साविन्नी सरीन, एम० ए०, डी० फिल० ]
लोककथा के पक्ष---२१६, लोककथा और मनोविज्ञान--२१६, लोककथा
मे परम्परा--२१६., कथात्त्व-२२०, लोककथा के अध्ययन का आरम्भ
--२२१, वैज्ञानिक अध्ययन--२२१, कथामानक रूप अथवा प्रकार विषयक
--২৭$, अभिप्राय--२२२, अभिप्राय, कथा और कथक््कड--२२३, शैली
“तथा अभिश्राय--२२४, अभिप्नाय अध्ययन ब्लुमफील्ड--२२४, थामसन
४२५ भारत मे--२२५, परिशिष्ट व्लूमफ़ील्ड सम्प्रदाय के कार्य का
२२६, विभिन्न झुपान्तरो के आधार पर विश्लेषण--२ ३० ।
८१-६२
डा
२१६-२३१
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